न यूज करते हैं क्रेडिट कार्ड और न ही कभी लिया है लोन, इस स्थिति में भी प्रभावित होता है क्रेडिट स्कोर, जानिए कैसे
क्रेडिट स्कोर 3 अंकों की एक संख्या होती है, जिससे ये पता चलता है कि व्यक्ति को लोन दिया जाना चाहिए या नहीं. अगर आपने कभी लोन नहीं लिया है या क्रेडिट कार्ड भी इस्तेमाल नहीं किया है, तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है.
कई लोग लोन के नाम से ही घबराते हैं और हर चीज को कैश पेमेंट देकर खरीदना पसंद करते हैं. ऐसे लोग ज्यादातर क्रेडिट कार्ड को भी लोन ही मानते हैं और ये सोचकर इस्तेमाल नहीं करते हैं कि इससे उनके खर्चे बढ़ जाएंगे. लेकिन आज के समय में जिस तरह से महंगाई बढ़ी है, ऐसे में कई बार होम लोन, कार लोन और क्रेडिट कार्ड जैसी सुविधाएं काफी राहतभरी साबित होती हैं.
अगर आपने कभी लोन नहीं लिया है या क्रेडिट कार्ड भी इस्तेमाल नहीं किया है, तो इससे आपका सिबिल स्कोर प्रभावित हो सकता है. सिबिल स्कोर को क्रेडिट स्कोर भी कहा जाता है. क्रेडिट स्कोर 3 अंकों की एक संख्या होती है, जिससे ये पता चलता है कि व्यक्ति को लोन दिया जाना चाहिए या नहीं. आइए आपको बताते हैं कि कैसे लोन न लेने और क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल न करने से आपके क्रेडिट स्कोर पर असर पड़ता है?
जानिए कैसे प्रभावित होता है क्रेडिट स्कोर
दरअसल अगर आपने कभी कोई लोन नहीं लिया और आप क्रेडिट कार्ड का भी इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो ऐसे में आपकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री ही नहीं होती. क्रेडिट हिस्ट्री न होने से क्रेडिट स्कोर जारी करने वाली कंपनियों के सामने असमंजस की स्थिति होती है. ऐसे में कई बार आपका स्कोर शून्य यानी जीरो हो जाता है. जीरो सिबिल स्कोर वो स्थिति है, जिसमें बैंक को इस बात को लेकर कन्फ्यूजन होता है कि व्यक्ति को लोन देना चाहिए या नहीं, क्योंकि जिसने लोन कभी लिया ही नहीं, उसे विश्वसनीय माना जाए या नहीं? इसको लेकर असमंजस की स्थिति होती है और ऐसे में तमाम बैंक व्यक्ति को लोन देने से हिचकिचाते हैं.
क्या किया जाए
TRENDING NOW
6 शेयर तुरंत खरीद लें और इस शेयर को बेच दें; एक्सपर्ट ने निवेशकों को दी कमाई की स्ट्रैटेजी, नोट कर लें टारगेट और SL
इस कंपनी को मिला 2 लाख टन आलू सप्लाई का ऑर्डर, स्टॉक में लगा अपर सर्किट, 1 साल में 4975% दिया रिटर्न
टिकट बुकिंग से लेकर लाइव ट्रेन स्टेटस चेक करने तक... रेलवे के एक Super App से हो जाएगा आपकी जर्नी का हर काम
Retirement Planning: रट लीजिए ये जादुई फॉर्मूला, जवानी से भी मस्त कटेगा बुढ़ापा, हर महीने खाते में आएंगे ₹2.5 लाख
इस मामले में बैंक के रिटायर्ड ऑफिसर ए. के. मिश्रा बताते हैं कि ऐसा नहीं है कि जीरो स्कोर होने पर आपको लोन मिल ही नहीं सकता. ऐसी स्थिति में व्यक्ति को दूसरे मापदंडों पर परखा जाता है. लेकिन इस स्थिति में आपको कम ब्याज दरों पर लोन मिल पाएगा या नहीं, ये नहीं कहा जा सकता. अगर आप भारी भरकम लोन नहीं लेना चाहते, तो छोटी-छोटी चीजों को ईएमआई पर खरीद सकते हैं. जैसे मोबाइल फोन, वॉशिंग मशीन, फ्रिज, एलईडी या घर की कोई जरूरत की चीज आप ईएमआई पर ले सकते हैं. इससे आप पर लोन जैसा भारी भरकम बोझ भी नहीं होगा और आपकी क्रेडिट हिस्ट्री भी मेंटेन होती रहेगी.
इसके अलावा आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल किया जाए तो इसके कई फायदे भी हैं. आपको क्रेडिट कार्ड पर कई ऑफर्स और डिस्काउंट्स मिलते हैं. लेकिन क्रेडिट कार्ड से किए गए किसी भी पेमेंट को ग्रेस पीरियड खत्म होने से पहले चुकाएं.
750 या इससे अधिक क्रेडिट स्कोर अच्छा
क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच होता है. अगर आपका क्रेडिट स्कोर 750 या इससे ज्यादा है तो इसे अच्छा माना जाता है. 550 से 750 के बीच का स्कोर ठीक माना जाता है और 300 से 550 तक का स्कोर खराब माना जाता है. आपका क्रेडिट स्कोर कई चीजों पर निर्भर करता है. 30% सिबिल स्कोर इस बात पर निर्भर करता है कि आप वक्त पर कर्ज चुका रहे हैं या नहीं, 25% सिक्योर्ड या अनसिक्योर्ड लोन पर, 25% क्रेडिट एक्सपोजर पर और 20% कर्ज के इस्तेमाल पर निर्भर करता है.
02:33 PM IST